भारत में सोना और चांदी को सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है, और इन धातुओं का बाजार विशेष रूप से त्योहार और वेडिंग सीजन के दौरान अपने चरम पर होता है। हाल के दिनों में जयपुर सर्राफा बाजार में सोना स्थिर है, जबकि चांदी के भावों में तेज़ी आई है। 10 नवंबर को सोने की कीमत 79,700 रुपये प्रति दस ग्राम पर स्थिर है, जबकि चांदी के दामों में 1,000 रुपये की बढ़ोतरी के बाद यह 99,700 रुपये प्रति किलो तक पहुँच गई है। आइए, जानते हैं इन कीमतों में उतार-चढ़ाव के मुख्य कारणों को।
सोना-चांदी के बढ़ते दामों का कारण
जयपुर के जाने-माने ज्वेलर्स पूरणमल सोनी के अनुसार सोना और चांदी के दामों में इस उतार-चढ़ाव का सबसे बड़ा कारण वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता है। जब वैश्विक बाजार अस्थिर होता है या डॉलर कमजोर होता है, तब निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए सोना और चांदी की ओर आकर्षित होते हैं। हाल के दिनों में इसी वजह से सोना और चांदी की डिमांड में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसके साथ ही, भारत में फेस्टिवल और वेडिंग सीजन का आगमन भी सोने-चांदी की कीमतों पर प्रभाव डाल रहा है।
वेडिंग सीजन का सोना-चांदी की डिमांड पर असर
भारत में सोने-चांदी की सबसे अधिक मांग फेस्टिवल और वेडिंग सीजन के दौरान होती है। पूरणमल सोनी बताते हैं कि शादी के सीजन में सोने-चांदी की डिमांड तेजी से बढ़ जाती है। लोग इस समय अपने निवेश को सुरक्षित रखने और गहने खरीदने के लिए इन धातुओं की खरीदारी करते हैं। इसी कारण से बाजार में सोने-चांदी के दाम ऊँचाई पर पहुँच जाते हैं। वेडिंग सीजन के चलते सोने-चांदी की कीमतों में उछाल आना स्वाभाविक है।
बढ़ते दामों के कारण ग्राहकों में गिरावट
सोने और चांदी के दामों में तेजी के कारण बाजार में ग्राहकों की संख्या में कमी देखी जा रही है। पूरणमल सोनी के अनुसार त्योहारी सीजन में सोने के दामों में रिकॉर्ड ऊँचाई पहुँचने के बाद से खरीदार कम हो गए हैं, और लोग अब सोने को मुनाफा कमाने के लिए बेच रहे हैं। इस परिस्थिति के चलते सर्राफा बाजार में अस्थिरता बनी हुई है, और नए निवेशक भी बाजार में निवेश करने से हिचक रहे हैं।
सुरक्षित निवेश के रूप में सोना और चांदी
वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और डॉलर में कमजोरी के कारण सोना-चांदी को सुरक्षित निवेश माना जाता है। पूरणमल सोनी के अनुसार जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोना-चांदी निवेश का सबसे अच्छा विकल्प बन जाते हैं। निवेशक इस दौरान अपनी पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए इन धातुओं में निवेश करना पसंद करते हैं। इससे सोना-चांदी की डिमांड में तेजी आती है और उनके भाव भी बढ़ जाते हैं।
ज्वेलरी सेक्टर में सोने-चांदी के दामों का असर
सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी का असर ज्वेलरी सेक्टर में भी साफ तौर पर देखा जा सकता है। गहनों की कीमतों में इस बढ़ोतरी के कारण यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वेडिंग सीजन में सोने और चांदी के गहने महंगे हो सकते हैं। पूरणमल सोनी का कहना है कि शादी के सीजन में गहनों की मांग बढ़ने के कारण ज्वेलरी के दामों में भी उछाल आना निश्चित है। इसी कारण लोग अब सोच-समझकर गहने खरीदने का निर्णय ले रहे हैं।
बाजार में आगे की स्थिति
फेस्टिवल और वेडिंग सीजन में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। हालांकि, जानकारों का मानना है कि इन कीमतों में स्थिरता तभी आएगी, जब बाजार की स्थिति सामान्य होगी। फिलहाल बाजार में अस्थिरता है, और जैसे ही फेस्टिवल और वेडिंग सीजन का समापन होगा, तब कीमतों में स्थिरता की उम्मीद है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का दौर कुछ समय तक जारी रहेगा, लेकिन भविष्य में स्थिरता आने की संभावना है।
निवेशकों के लिए सलाह
इस अस्थिरता भरे माहौल में निवेशकों को सोच-समझकर निवेश करना चाहिए। पूरणमल सोनी का मानना है कि अगर आप दीर्घकालिक निवेश के लिए सोना-चांदी खरीदना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा समय हो सकता है, लेकिन यदि आप अल्पकालिक लाभ के लिए निवेश कर रहे हैं, तो वर्तमान अस्थिरता में रुकना बेहतर है। कीमतों में स्थिरता आने का इंतजार करना समझदारी भरा फैसला होगा, ताकि निवेशकों को सही समय पर अच्छा रिटर्न मिल सके।
बढ़ते दामों में ग्राहकों का दृष्टिकोण
सोने और चांदी के बढ़ते दामों के चलते ग्राहकों का दृष्टिकोण भी बदल गया है। लोग अब सिर्फ निवेश के लिए नहीं बल्कि अपनी पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए भी इनकी ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसी के चलते बाजार में गहनों की मांग में भी वृद्धि देखी जा रही है, खासकर उन लोगों के बीच जो दीर्घकालिक निवेश की योजना बना रहे हैं। बढ़ते दामों के बीच लोग अब छोटी मात्रा में निवेश कर रहे हैं, जिससे उन्हें बड़े लाभ की अपेक्षा नहीं है, लेकिन उनकी पूंजी सुरक्षित रह सकेगी।
सोना-चांदी की कीमतों में हाल का उतार-चढ़ाव वैश्विक आर्थिक स्थिति और स्थानीय डिमांड के कारण है। शादी के सीजन और फेस्टिवल सीजन के कारण सोने और चांदी की डिमांड में वृद्धि हुई है, जिससे इनके दाम भी ऊपर जा रहे हैं। ऐसे में निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सोच-समझकर इन धातुओं में निवेश करें। फिलहाल, सोना और चांदी निवेश का सुरक्षित विकल्प बने हुए हैं, लेकिन मौजूदा अस्थिरता में केवल दीर्घकालिक निवेश ही फायदेमंद हो सकता है।