बुधवार, 6 नवंबर 2024 को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी गई है। घरेलू और वैश्विक बाजार दोनों ही स्थानों पर सोने और चांदी के भाव में कमी आई है। निवेशकों और आम जनता के लिए यह जानकारी महत्वपूर्ण है, खासकर उन लोगों के लिए जो इनकी कीमतों पर नजर रखते हैं।
घरेलू बाजार में सोने की कीमत में गिरावट
आज घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर 5 दिसंबर 2024 की डिलीवरी वाले सोने का वायदा भाव सुबह के समय 0.24 फीसदी या 186 अंक की कमी के साथ 78,321 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था। यह गिरावट बाजार में सोने की कीमतों में अस्थिरता का संकेत देती है।
वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें
वैश्विक स्तर पर भी सोने के भाव में गिरावट दर्ज की गई है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, कॉमेक्स (COMEX) पर सोने का भाव 0.11 फीसदी या 2.90 डॉलर की कमी के साथ 2746.80 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड हो रहा था। इसी तरह, गोल्ड स्पॉट भी 0.34 फीसदी या 9.32 डॉलर की गिरावट के साथ 2734.67 डॉलर प्रति औंस पर देखा गया। इस गिरावट से पता चलता है कि सोने की मांग में थोड़ी कमी आई है, जिसका असर उसकी कीमत पर पड़ा है।
चांदी में भारी गिरावट
जहां सोने की कीमत में गिरावट मामूली रही, वहीं चांदी की कीमतों में आज जबरदस्त गिरावट देखी गई। एमसीएक्स पर 5 दिसंबर 2024 की डिलीवरी वाली चांदी 1.55 फीसदी या 1468 रुपये की गिरावट के साथ 93,180 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही थी। इसके अलावा, 5 मार्च 2025 की डिलीवरी वाली चांदी भी 1.45 फीसदी या 1411 रुपये की गिरावट के साथ 95,674 रुपये प्रति किलोग्राम पर दर्ज की गई।
चांदी की वैश्विक कीमतों में गिरावट
चांदी की कीमतों में वैश्विक बाजार में भी गिरावट देखी गई। कॉमेक्स पर चांदी 1.75 फीसदी या 0.57 डॉलर की गिरावट के साथ 32.20 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी। इसी तरह, चांदी स्पॉट भी 1.71 फीसदी या 0.56 डॉलर की कमी के साथ 32.10 डॉलर प्रति औंस पर देखा गया। यह संकेत करता है कि चांदी की कीमत में उतार-चढ़ाव अपेक्षाकृत अधिक है।
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के कारण
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के कई कारण हो सकते हैं। वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों में सुधार, डॉलर की मजबूती और निवेशकों की ओर से सोने और चांदी की मांग में कमी प्रमुख कारण हो सकते हैं। इसके अलावा, केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीतियों का भी इनकी कीमतों पर बड़ा असर पड़ता है। जब ब्याज दरें बढ़ाई जाती हैं, तो निवेशक सोने जैसे गैर-उपजाऊ संपत्तियों से हटकर अन्य विकल्पों की ओर रुख करते हैं।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत
आज की कीमतों में गिरावट से यह स्पष्ट है कि सोने और चांदी की कीमतें अस्थिरता की स्थिति में हैं। निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है जब उन्हें बाजार की स्थिति का अच्छी तरह से अध्ययन करना चाहिए। सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का मतलब यह भी हो सकता है कि निवेशक नई खरीदारी के मौके तलाश सकते हैं, जबकि जो लोग पहले से निवेश कर चुके हैं उन्हें कीमतों में उछाल की प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है।
सोने और चांदी की कीमतों में भविष्य की स्थिति
सोने और चांदी की कीमतों का भविष्य वैश्विक आर्थिक हालात, केंद्रीय बैंकों की नीतियों, डॉलर की चाल और वैश्विक घटनाक्रमों पर निर्भर करता है। आने वाले हफ्तों में इनकी कीमतें स्थिर रह सकती हैं या इनमें बदलाव देखने को मिल सकता है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की मौजूदा स्थिति का ध्यानपूर्वक विश्लेषण करें और सही समय पर निर्णय लें।
आज के सोने और चांदी के भावों में गिरावट निवेशकों के लिए मिश्रित संकेत देती है। जहां एक ओर चांदी की कीमत में बड़ी गिरावट देखी गई है, वहीं सोने की कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। यह स्थिति उन लोगों के लिए एक अवसर भी हो सकती है जो लंबे समय के लिए निवेश करने की सोच रहे हैं। लेकिन निवेश से पहले बाजार के रुझानों और आर्थिक परिस्थितियों का ध्यानपूर्वक अध्ययन करना आवश्यक है।